गूगल की कहानी, शुरुआत, नाम की उत्पत्ति | Google CEO & मालिक | Google Full Form

गूगल की कहानी: कंपनी की शुरुआत, CEO, मालिक और फुल फॉर्म की जानकारी

दोस्तों , आज  का  हमारा  यह  ब्लॉग  बेहद  महत्वपूर्ण  है , क्योंकि  आज  हम  इन्टरनेट  की  दुनिया  की  सबसे  लोकप्रिय  और  बड़ी  कम्पनी  गूगल  (Google)  के  विषय  में  बात  करने  वाले  हैं।

इस ब्लॉग के माध्यम से आज हम जानेंगे कि गूगल की शुरुआत कब और कहां से हुई और यह नाम कैसे आया, साथ ही गूगल का CEO कौन है, गूगल क्या है, और गूगल का पूरा नाम क्या है (Google ka full form) जैसे सवालों के विषय में।

आज, जिस समय में आप यह ब्लॉग पढ़ रहे हैं, गूगल का परिचय कराने की आवश्यकता नहीं है। हम सबको पता है कि गूगल की मदद से हम इंटरनेट से जानकारियाँ प्राप्त करते हैं।

Google Birthday: आज गूगल का 23वां जन्मदिन है, Google हमारे दैनिक जीवन का एक अनिवार्य अंग बन गया है।अपने किसी सवाल का जवाब हासिल करने के लिए हम गूगल का ही इस्तेमाल करते हैं. गूगल ने इस मौके पर अपना डूडल भी बदला है. लेकिन गूगल की शुरुआत कब और कहां से हुई और यह नाम कैसे आया. इसकी कहानी भी रोचक है. आइए गूगल की कहानी को जानते हैं।

गूगल की कहानी, शुरुआत, नाम की उत्पत्ति | Google CEO & मालिक | Google Full Form

गूगल का आरंभ 1995 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुआ था, जब लैरी पेज अपनी स्नातक की डिग्री पूरी करने के विकल्पों पर विचार कर रहे थे और सर्गेई ब्रिन, एक अन्य छात्र, को उन्हें यूनिवर्सिटी कैंपस घुमाने का जिम्मा सौंपा गया था। उनकी पहली मुलाकात में, उनके विचारों में बहुत सारे मतभेद थे। हालांकि, एक वर्ष के अंदर ही, उन्होंने साझेदारी कर ली और एक साथ मिलकर एक ऐसा सर्च इंजन विकसित किया, जिसने बाद में दुनिया भर के लोगों के जीवन को बदल दिया। इस सर्च इंजन का नाम शुरुआती दौर में Backrub रखा गया था।

Google नाम की उत्पत्ति कहां से हुई?

बाद में Backrub को Google नाम दिया गया। लेकिन गूगल नाम का उत्पत्ति कैसे हुआ? जैसा कि जानकारी उपलब्ध है, 1920 में अमेरिकी गणितज्ञ एडवर्ड कैसनर ने अपने भांजे मिल्टन सिरोट्टा को ऐसी संख्या के लिए नाम चुनने में मदद करने के लिए कहा, जिसमें 100 शून्य हों। सिरोट्टा ने उन्हें “googol” नाम सुझाया और कैसनर ने इस शब्द का इस्तेमाल करने का फैसला किया। यह शब्द साल 1940 में शब्दकोश में आ गया। कैसनर ने उस साल मैथमेटिक्स एंड द इमेजिनेशन नाम से एक किताब लिखी और उस किताब में उन्होंने 100 जीरो के साथ नंबर के लिए googol शब्द का इस्तेमाल किया।

1998 में, जब लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने कंपनी की नींव रखी, उन्होंने इसे 'गूगल' नाम दिया। इंजीनियरिंग की पृष्ठभूमि रखने वाले ये को-फाउंडर्स 'गूगोल' शब्द से परिचित थे, लेकिन उन्होंने इसे सीधे अपनाने के बजाय इसमें थोड़ा परिवर्तन किया और 'गूगल' का जन्म हुआ। उनका लक्ष्य विश्व भर की जानकारी को एक स्थान पर एकत्रित करना था, और इस नाम के पीछे का विचार एक ऐसी संख्या से था जिसमें 100 शून्य होते हैं, जो असीमित जानकारी के संग्रहण को दर्शाता है।

आपको  जान  कर  हैरानी  होगी  की  जब  गूगल  सर्च  इंजन (Google Search Engine) को  बनाया  गया  तब  इसका  कोई  डोमेन  नाम (Domain Name)  नहीं  था , इस  सर्च  इंजन  को  स्टैनफोर्ड  यूनिवर्सिटी  की  वेबसाइट  के  सबडोमेन  google.stanford.edu और  z.stanford.edu  के  माध्यम  से  उपयोग किया  जाता  था। 

Google.com  डोमेन  नाम  को  सितम्बर  1997  को  रजिस्टर  किया  गया।

1998 में शुरू हुई थी कंपनी

गूगल ने सिलिकॉन वैली के निवेशकों का भी ध्यान अपनी तरफ खींचा. अगस्त 1998 में सन के को-फाउंडर Andy Bechtolsheim ने लेरी और सर्जी को 1 लाख अमेरिकी डॉलर का चेक दिया और गूगल इंक की आधिकारिक तौर पर शुरुआत हो गई. इस निवेश के साथ, टीम जो पहले डोर्मेटरी में काम करती थी, वह अपने पहले दफ्तर में शिफ्ट हो गई. कंपनी का पहला दफ्तर कैलिफोर्निया के सबअर्बन मैन्लो पार्क में था जिसकी मालिक सुज़ैन वोजसिकी थीं, जो वर्तमान में YouTube की CEO हैं।

गूगल क्या है (Google Kya Hai)

वर्तमान समय में, गूगल एक वैश्विक मल्टीनेशनल कंपनी के रूप में परिचित है। मूल रूप से एक सर्च इंजन के तौर पर शुरू हुआ, गूगल अब केवल वेब सर्चिंग से आगे बढ़कर, विविध प्रकार की अन्य सेवाएं और उत्पाद भी प्रदान करता है।

समय के साथ, गूगल ने कई नई तकनीकों और उत्पादों का विकास किया, जिससे यह विश्व की अग्रणी कंपनियों में से एक बन गया है। अपने सर्च इंजन को उच्चतम मानकों तक ले जाते हुए, गूगल ने इसे इतना उन्नत बना दिया है कि आज यह दुनिया का प्रमुख सर्च इंजन माना जाता है।

गूगल का फुल फॉर्म (Google Ka Full Form)

गूगल  का  फुल  फॉर्म (google ka full form) या  बहोत  से  लोगो  का  ये  सवाल  रहता  है  की  गूगल  का  पूरा  नाम  क्या  है (google ka matlab kya hota hai) इत्यादि।
Google Ka Full Form - Global Organization of Oriented Group Language of Earth 
अब  हम  गूगल  का  फुल  फॉर्म (Google ka full form)  को  हिंदी  में  देखेंगे 
गूगल  का  फुल फॉर्म  - ग्लोबल  आर्गेनाइजेशन ऑफ़ ओरिएंटेड ग्रुप लैंग्वेज  ऑफ़ अर्थ  
अब  तक  आप  ने  गूगल  के  फुल  फॉर्म  को  देखा  परन्तु  आप  को  सुन कर थोडा  अजीब  जरुर  लगेगा  की  ये  फुल फॉर्म   गूगल   का  ऑफिसियल  फुल  फॉर्म  नहीं  है  अर्थात  गूगल  इस  प्रकार  के  किसी  फुल  फॉर्म  को  नहीं  मनाता  है  परन्तु  यह  फुल  फॉर्म  काफी  प्रचलित है।

गूगल का सीइओ कौन है(Google Ka CEO Kaun Hai)

गूगल के सीईओ (CEO) के रूप में सुंदर पिचाई हैं, जो मूल रूप से भारतीय हैं। सुंदर पिचाई ने 2004 में गूगल में काम शुरू किया था और अगस्त 2015 में उन्हें गूगल के सीईओ (CEO) नियुक्त किया गया था।

2017   में  सुन्दर  पिचाई  ने  गूगल  की  पैरेंट् कंपनी  अल्फाबेट (Alphabet inc) के  बोर्ड  ऑफ़  डायरेक्टर्स  को  जॉइन  किया। 

गूगल का मालिक कौन है(Google Ka Malik Kaun Hai)

सन 2004 में, गूगल के संस्थापक लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने इसे सार्वजनिक कंपनी बना दिया, जिसके बाद गूगल के मालिकाना हक एक व्यक्ति के हाथ में नहीं रहे बल्कि कई शेयरधारकों में विभाजित हो गए। सन 2015 में, गूगल ने अल्फाबेट इंक. नाम से एक मूल कंपनी की स्थापना की और अपनी सभी परियोजनाओं को इसके अधीन कर दिया।

गूगल के उत्पाद (Google Products In Hindi)

आइए अब हम कुछ प्रमुख गूगल उत्पादों के बारे में जानते हैं।

गूगल क्रोम (Google Chrome)

गूगल क्रोम, एक वेब ब्राउज़र जो गूगल द्वारा विकसित किया गया है, आप सभी इसके बारे में जानते होंगे। क्रोम ब्राउज़र का निर्माण कार्य 2006 में शुरू हुआ था और इसका नेतृत्व सुंदर पिचाई ने किया था। 2008 में, गूगल ने अपना क्रोम वेब ब्राउज़र लॉन्च किया। गूगल क्रोम आज के समय में सभी एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम में एक डिफ़ॉल्ट वेब ब्राउज़र है।


जीमेल (Gmail)

जीमेल भी गूगल द्वारा प्रदान की जाने वाली एक मुफ्त सेवा है जिसके माध्यम से संदेशों को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक भेजा जाता है। आज के समय में, जीमेल सेवा का उपयोग बहुत कम होता है। 2004 में गूगल ने जीमेल को बनाया था। प्रारंभिक दौर में, जीमेल में उपयोगकर्ताओं के लिए 1 जीबी संग्रह क्षमता मिलती थी, जिसे अब 15 जीबी तक कर दिया गया है।

एंड्राइड (Android)

आज के समय में, स्मार्टफोन में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड है। अक्टूबर 2003 में, कैलिफ़ोर्निया के पालो आल्टो नामक शहर में एंडी रूबिन, रिच माइनर, निक सियर्स और क्रिस व्हाइट ने मिलकर एंड्रॉयड कॉर्पोरेशन की स्थापना की। अगस्त 2005 में, गूगल ने एंड्रॉयड का अधिग्रहण कर लिया। तब से लेकर आज तक, गूगल ही एंड्रॉयड का विकास करता आ रहा है।

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